शबे बरात की नफिल नमाजें

शबे बरात की नफिल नमाजें
 {ईशा की नमाज़ के बाद आप अपनी कज़ाए उम्री ही ज़्यादा से ज़्यादा अदा करें}*
[1] 2 रकात नमाज़ तहिय्यतुल वज़ू पढ़ें
 *तरीका-* हर रकात में *अल्हम्दो* के बाद 1 बार *आयतलकुर्सी* और 3 बार *कुल होवल्लाहू अहद* पढ़ें।
 *फजीलत-*हर क़तरा पानी के बदले 700 रकात नफ़िल का सवाब मिलेगा।

[2] 2 रकात नमाज़
 *तरीका-* हर रकात में *अल्हम्दो* के बाद 1 बार *आयतलकुर्सी* और 15 बार *कुल होवल्लाहू अहद* सलाम के बाद 100 बार दुरूद शरीफ।
 *फजीलत-* रोज़ी में बरकत होगी और गुनाहों की बख़्शीश होगी।

[3] 8 रकात नमाज़,2-2 रकात अलग अलग कर के पढ़ें
 *तरीका-* हर नमाज़ में *अल्हम्दो* के बाद 5 बार *कुल होवल्लाहू अहद* पढ़ें।
 *फजीलत-* गुनाहों से पाक होगा, दुवाएं कुबूल होंगी।

[4] 12 रकात नमाज़,2-2 रकात अलग अलग कर के पढ़ें।
 *तरीका-* हर रकात में *अल्हम्दो* के बाद 10 बार *कुल होवल्लाहू अहद* पढ़ें।
12 रकात पढ़ने के बाद 10 बार कलमये तौहीद यानी चौथा कलमा,10 बार कलमये तमजीद यानी तीसरा कलमा,10 बार दूरुद शरीफ़ पढ़ें।

[5] 14 रकात नमाज़,2-2 रकात अलग अलग कर के पढ़ें।
 *तरीका-* हर रकात में *अल्हम्दो* के बाद जो सुरह चाहें पढ़ें।
*फजीलत-* जो भी दुआएं मांगे कुबूल होंगी।

[6] 4 रकात नमाज़ 1 ही सलाम से पढ़ें।
 *तरीका-* हर रकात में *अल्हम्दो* के बाद *50 बार कुल होवल्लाहु अहद पढ़ें* पढ़ें।
 *फजीलत-* गुनाहों से ऐसे पाक होगा जैसे कि पैदा होने वाले दिन पाक था।

[7] 8 रकात नमाज़ 1 ही सलाम से पढ़ें।
 *तरीका-* हर रकात में *अल्हम्दो* के बाद *11 बार कुल होवल्लाहू अहद* पढ़ें।
 *फजीलत-* इस नमाज़ के बाद खातुने जन्नत हजरते फातेमा की रूह को बख्शें आप फरमाती हैं कि मैं यह नमाज़ पढ़ने वाले की शफात किए बिना जन्नत में कदम नहीं रखुंगी।
 *नोट-* नफ़िल नमाज़ की हर दूसरी रकात आखरी रकात होती है इसलिए तशहुद, दुरुद शरीफ़ और दुआए मासूरह ज़रूर पढ़ें।

मिंजानिब-
 *मुहम्मद आरिफ़ रज़ा बरकाती मिस्बाही* 
 *+917753964190*

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